ईथर विषय
इथर के विषय पर याद रखने योग्य अवधारणाएं
-
परिभाषा: इथर उन जैविक यौगिकों को कहते हैं जो एक ऑक्सीजन धातु को दो आल्किल या एरिल समूहों से बंधा हुआ होते हैं।
-
इथर के प्रकार:
- समरूपी इथर: जो शोषीत्रीय धातु पर बंधने वाले ग्रुप एकसमान होते हैं। (उदाहरण: डाईमिथाइल इथर)
- विसमरूपी इथर: जो शोषीत्रीय धातु पर बंधने वाले ग्रुप अलग-अलग होते हैं। (उदाहरण: इथाइल मिथाइल इथर)
-
प्रतिक्रियाशीलता: इथर आमतौर पर प्रतिक्रियाशील और स्थिर होते हैं।
-
द्रव्यमिलन: इथर जल में अनविलेय होते हैं, लेकिन डाईथाइल इथर और पेट्रोलियम इथर जैसे जैविक विलयन्त्रों में विलयन्त होते हैं।
-
उबलने की बिंदु: इथरों का तापमान तुल्य मानक मान के अल्कोहलों की तुलना में निचला होता है।
-
आगबन्दी: डाईथाइल इथर जैसे कुछ इथर उदासीन और सुरंगी होते हैं।
-
उपयोग: इथर आमतौर पर विलयन्त्र, संज्ञानशीलता और ईंतन में प्रयोग होते हैं।